एक मां की शर्मसार होती ममता का नजारा जन्म देते ही छोड़ा भगवान के सहारे

एक मां की शर्मसार होती ममता का नजारा जन्म देते ही छोड़ा भगवान के सहारे
कहते हैं कि एक मां को उसकी संतान से ज्यादा प्यारा कोई नहीं होता। वह उसके लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाती है। वह हर कीमत पर उसकी सुरक्षा करती है। ईश्वर का दिया अनमोल उपहार है मां, जो खुद से ज्यादा बच्चे की देखभाल पर ध्यान देती है, लेकिन हनुमानगढ़ जिले के नोहर इलाके के गांव नथवानियां में मंगलवार को एक मां की शर्मसार होती ममता का नजारा सामने आया। यहां एक मां ने अपने दुधमुंहे बच्चे को मंदिर की दीवार के पास छोड़ दिया। डॉक्टरों के अनुसार बच्चा कुछ घंटे पहले ही पैदा हुआ है।

हनुमान मंदिर की दहलीज पर छोड़ा
बच्चे को सोमवार को आधीरात के बाद किसी ने हनुमान मंदिर की दहलीज पर छोड़ दिया। सुबह करीब चार बजे मंदिर के पास ही रह रहे पुजारी सुरेंद्र को बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। सुरेंद्र दिव्यांग है, ऐसे में उसने पास ही रह रहे ठाकुर जी मंदिर के पुजारी जयसिंह को घटना की सूचना देते हुए मंदिर आने के लिए कहा। जयसिंह जब मंदिर पहुंचे तो देखा कि मंदिर की उत्तरी दीवार के पास एक नवजात बिलख रहा है।

पुलिस पहुंची, करवाया अस्पताल में भर्ती
ठाकुर जी मंदिर के पुजारी जयसिंह ने मौके पर पहुंचकर बच्चे को संभाला। इस बारे में पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को नोहर के सरकारी अस्पताल पहुंचाया। जहां जांच के बाद उसे हनुमानगढ़ में बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया।

पुलिस कर रही पड़ताल
पुूलिस ने इस बारे में आसपास के इलाके से जानकारी जुटाने का प्रयास किया है। हालांकि मंदिर नोहर-भादरा मार्ग पर सड़क से करीब सौ मीटर अंदर की तरफ है। ऐसे में अनुमान है कि इसी मार्ग से आए किसी व्यक्ति ने शिशु का यहां छोड़ा हो। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की लेकिन बच्चे को किसने यहां छोड़ा इस बारे में अब तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई है।

कुछ घंटे पहले हुआ जन्म
डाॅक्टरों के अनुसार शिशु का जन्म कुछ घंटे पहले ही हुआ है। संभवत: सोमवार को आधी रात के बाद ही इसे यहां छोड़ा गया। इसे यहां छोड़ने की परिस्थितियों के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है।