स्पर्धा चौधरी को लेकर किरोड़ी लाल मीणा की गंभीर टिप्पणी।
नोहर तेज़
आरएलपी के संयोजक हनुमान बेनीवाल भी जाट समुदाय से हैं, लेकिन हाल ही में उनके बयान दिग्गज जाट नेताओं के खिलाफ आए हैं। ज्योति मिर्धा जब भाजपा में शामिल हुई तो बेनीवाल ने उन पर जबरदस्त हमला किया। बेनीवाल ने आरोप लगाया कि ज्योति मिर्धा स्वार्थ की राजनीति करती है। इसी प्रकार बेनीवाल जब जोधपुर क्षेत्र में गए तो कांग्रेस की विधायक दिव्या मदेरणा के परिवार को लेकर व्यक्तिगत टिप्पणियां की। आमतौर पर कोई भी राजनेता महिलाओं के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी करने से बचता है। लेकिन बेनीवाल तो अपने ही समुदाय की महिला नेताओं के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर टिप्पणियां कर रहे हैं। इससे जाट समुदाय में भी नाराजगी है।
हालांकि ज्योति मिर्धा और दिव्या मदेरणा ने अपने अंदाज में बेनीवाल को जवाब दिया है, लेकिन सवाल उठता है कि सभी को एक डंडे से हांक कर बेनीवाल आखिर कौन सी राजनीति करना चाहते हैं? यह सही है कि जाट समुदाय के युवा वर्ग में बेनीवाल की लोकप्रियता है। मौजूदा समय में बेनीवाल स्वयं नागौर से सांसद हैं, तो उनकी पार्टी के तीन विधायक भी हैं। एक विधायक उनके भाई नारायण बेनीवाल है। इन दिनों बेनीवाल प्रदेश भर का दौरा कर विधानसभा चुनाव में लगे हुए हैं। बेनीवाल का दावा है कि इस बार प्रदेश में उन्हीं के समर्थन से सरकार बनेगी। बेनीवाल और उनकी पार्टी की स्थिति क्या होती है यह तो 3 दिसंबर को नतीजे आने पर ही पता चलेगा, लेकिन भाजपा सांसद और पूर्व में बेनीवाल के साथ जन आंदोलन करने वाले डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने हाल ही में बेनीवाल पर गंभीर टिप्पणी की। मीणा ने कहा कि जो स्पर्धा चौधरी पेपर लीक कांड में शामिल हैं, उसे बेनीवाल ने अपनी पार्टी की महिला शाखा का प्रदेश अध्यक्ष बना रखा है। सब जानते हैं कि स्पर्धा चौधरी पेपर लीक प्रकरण के फरार आरोपी सुरेश ढाका की मित्र हैं। अब यदि स्पर्धा को आरएलपी की महिला शाखा के अध्यक्ष पद से नहीं हटाया जाता है तो बेनीवाल पर भी व्यक्तिगत सवाल उठेंगे। हालांकि मीणा के इस बयान के बाद भी स्पर्धा चौधरी को नहीं हटाया गया है।