शरद पूर्णिमा पर आज चंद्र ग्रहण का साया, भारत में इतने बजे लगेगा सूतक काल

शरद पूर्णिमा पर आज चंद्र ग्रहण का साया, भारत में इतने बजे लगेगा सूतक काल

आज रात भारत में साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. यह चंद्र ग्रहण रात 11 बजकर 31 मिनट पर लगेगा. लेकिन चंद्र ग्रह का प्रथम स्पर्श रात 01 बजकर 05 मिनट पर होगा. इसलिए इसका सूतक काल आज शाम 4 बजकर 5 मिनट पर लग जाएगा.

28 अक्टूबर यानी आज रात साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है. यह चंद्र ग्रहण दो कारणों से खास रहने वाला है. एक तो चंद्र ग्रहण भारत में दृश्यमान होगा, जिसका सूतक काल 9 घंटे पहले ही लग जाएगा. दूसरा, चंद्र ग्रहण शरद पूर्णिमा के दिन पड़ रहा है. साथ ही, चंद्र ग्रहण गजकेसरी योग में लगेगा. चंद्र ग्रहण के मौके पर रवि योग, बुधादित्य योग, शश योग, सिद्धि योग और सौभाग्य योग भी रहने वाला है. यह संयोग करीब 30 साल बाद बन रहा है. इस चंद्र ग्रहण में लोगों को यह भी नहीं समझ आ रहा है कि शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा की रोशनी में रखे जाने वाली खीर वो कब और कैसे बनाएंगे, खाएंगे.

ज्योतिषाचार्य शैलेंद्र पांडेय के अनुसार, आज रात भारत में साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. यह चंद्र ग्रहण रात 11 बजकर 31 मिनट पर लगेगा. लेकिन चंद्र ग्रहण का प्रथम स्पर्श रात 01 बजकर 05 मिनट पर होगा. इसलिए इसका सूतक काल आज शाम 4 बजकर 5 मिनट पर लग जाएगा. शरद पूर्णिमा पर लगने वाले खंडग्रास यानी आंशिक चंद्र ग्रहण को लेकर सावधान रहने की जरूरत है. सूतक काल को ध्यान में रखते हुए नियमों का पालन कर ग्रहण के दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है.

कब लगेगा चंद्र ग्रहण? (Chandra Grahan 2023 Date and Time)
चंद्र ग्रहण रात 11 बजकर 31 मिनट पर आरंभ होगा और इसका समापन देर रात 3 बजकर 56 मिनट पर होगा. चंद्र ग्रहण का 01 बजकर 05 मिनट पर स्पर्श, रात 01 बजकर 44 मिनट पर मध्य काल और इसका मोक्ष रात्रि 02 बजकर 24 मिनट पर होगा. इस 1 घंटे 19 मिनट की इस अवधि में चंद्र ग्रहण का प्रभाव सबसे ज्यादा होगा

सूतक काल में न करें ये 5 गलतियां (Chandra Grahan 2023 Sutak Kaal Time)
चंद्र ग्रहण का सूतक काल आज शाम 4 बजकर 5 मिनट पर शुरू हो जाएगा. सूतक काल के दौरान कोई भी मांगलिक कार्य, धार्मिक अनुष्ठान और किसी भी तरह का संकल्प नहीं लेना चाहिए. सूतक काल के दौरान भोजन करना या बनाना भी शुभ नहीं माना जाता है. सूतक काल से पहले तले हुए खाद्य पदार्थ और दूध-दही में तुलसी का पत्ता डालना चाहिए. ग्रहण के दौरान अन्न-जल का त्याग कर अपने इष्टदेव का ध्यान करें या ओम नम: शिवाय का जाप करें.

चंद्र ग्रहण में कैसे मनाएं शरद पूर्णिमा? (Sharad purnima on Chandra Grahan 2023)


ज्योतिषाचार्य शैलेंद्र पांडेय के अनुसार, शरद पूर्णिमा पर खीर चंद्र ग्रहण शुरू होने से पहले बनाकर रख लें. खीर बनाने के बाद उसमें तुलसी दल डालकर रख दें. ग्रहण समाप्त होने के बाद खीर को चंद्रमा की रोशनी में रख दें. ग्रहण के दौरान खीर को आसमान के नीचे न रखें. फिर ग्रहण खत्म होने के बाद सुबह स्नान करें और खीर का सेवन करें.

चंद्र ग्रहण के बाद क्या करें? (Chandra Grahan 2023 Upay)
शास्त्रों में चंद्र ग्रहण के बाद स्नान करके गाय को घास, पक्षियों को अन्न और जरूरतमंदों को वस्त्र दान देने की सलाह दी गई है. ग्रहण के बाद पूरे घर को शुद्ध करना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से घर में चंद्र ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव दूर हो जाता है.

क्यों लगता है चंद्र ग्रहण? (Chandra Grahan 2023 Significance)
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, चंद्रमा के ग्रहण लगने की मुख्य वजह राहु-केतु ग्रह होते हैं. ऐसी मान्यताएं है कि पूर्णिमा की रात जब राहु-केतु चंद्रमा को निगलने की कोशिश करते हैं, तब चंद्रमा पर ग्रहण लगता है. इस बार चंद्र ग्रहण मेष राशि और आश्विन नक्षत्र में लग रहा है. हिंदू धर्म के अनुसार ग्रहण का लगना शुभ नहीं माना जाता और ग्रहण के दौरान कुछ सावधानियां विशेष रूप से बरतनी चाहिए