डिप्टी सीएम ने कहा कि हरियाणा सरकार ड्रोन, एविएशन सेक्टर में नए उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्राथमिकता से काम कर रही है और इसके लिए बजट में प्रावधान भी किया गया है। इसमें हिसार को एविएशन हब और इंडस्ट्रियल हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 1200 एकड़ और दूसरे चरण में 1800 एकड़ में काम किया जाएगा। हिसार एयरपोर्ट पर रनवे का काम अंतिम चरण में है और एयरपोर्ट के लिए लाइट और वेदर इक्विपमेंट के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल जुलाई में हिसार एयरपोर्ट पर टेस्टिंग का काम पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद अगस्त या सितंबर महीने में पहले कमर्शियल विमान की रीजनल एयर कनेक्टिविटी शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में बातचीत चल रही है और जल्द ही एमओयू साइन हो जाएगा।
चौटाला ने आगे कहा कि हिसार एयरपोर्ट सिर्फ यात्रियों के फायदे तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि कार्गो एयरपोर्ट बनाने का सपना भी पूरा होगा। इसके लिए सरकार ने विभिन्न एयरो शिखर सम्मेलनों में भाग लेकर वैश्विक कार्गो कंपनियों से चर्चा की है और कंपनियों को हिसार में निवेश करने और यहां आने और अपने बुनियादी ढांचे को विकसित करने के अवसर दिए गए हैं। क्योंकि भारत एशिया का मध्य भाग है। उन्होंने कहा कि हिसार में वेयरहाउसिंग हब के माध्यम से ग्लोबल कार्गो यूनिट स्थापित की जाएगी।